http://mediamorcha.co.in September 11 2010
पटना से हिन्दी टैबलायड वीकली ‘बिहार रिपोर्टर’ का प्रकाशन पिछले दिनों शुरू हो गया। संपादक हैं विनायक विजेता। गांधी संग्रहालय के महामंत्री व गांधीवादी नेता डा. रजी अहमद ने अखबार को लोकार्पित करते हुए कहा कि वर्तमान परिवेश में एक निष्पक्ष और निर्भीक समाचार पत्र की जरूरत है । उन्होंने उम्मीद जतायी कि बिहार रिपोर्टर’ इस पर खरा उतरेगा। प्रत्येक बुधवार को प्रकाशित होने वाले इस समाचार पत्र की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि इस समाचार पत्र के कंटेंट ‘देखन में छोटन लगे पर घाव करे गंभीर’ के कहावत को चरितार्थ कर रही है।
अखबार के संपादक विनायक विजेता ने कहा कि उनका यह प्रयास रहेगा कि अपने समाचारों से बिहार रिपोर्टर जल्द ही पाठकों का पंसदीदा अखबार बन जाए। उन्होंने कहा कि अखबार को बिहार के आम पाठकों तक पहुंचाने की नीयत से ही इसका मूल्य मात्र दो रुपये रखा गया है। लोकापर्ण के वक्त कई वरिष्ठ पत्रकार मौजूद थे।
पटना से हिन्दी टैबलायड वीकली ‘बिहार रिपोर्टर’ का प्रकाशन पिछले दिनों शुरू हो गया। संपादक हैं विनायक विजेता। गांधी संग्रहालय के महामंत्री व गांधीवादी नेता डा. रजी अहमद ने अखबार को लोकार्पित करते हुए कहा कि वर्तमान परिवेश में एक निष्पक्ष और निर्भीक समाचार पत्र की जरूरत है । उन्होंने उम्मीद जतायी कि बिहार रिपोर्टर’ इस पर खरा उतरेगा। प्रत्येक बुधवार को प्रकाशित होने वाले इस समाचार पत्र की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि इस समाचार पत्र के कंटेंट ‘देखन में छोटन लगे पर घाव करे गंभीर’ के कहावत को चरितार्थ कर रही है।
अखबार के संपादक विनायक विजेता ने कहा कि उनका यह प्रयास रहेगा कि अपने समाचारों से बिहार रिपोर्टर जल्द ही पाठकों का पंसदीदा अखबार बन जाए। उन्होंने कहा कि अखबार को बिहार के आम पाठकों तक पहुंचाने की नीयत से ही इसका मूल्य मात्र दो रुपये रखा गया है। लोकापर्ण के वक्त कई वरिष्ठ पत्रकार मौजूद थे।
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