1880 के भू स्खलन में जीवित दफ्न हो जाने वाले 151 लोगों की स्मृति में बना बोट हाउस क्लब के सामने का यह उद्यान 5 जुलाई की मूसलाधार बारिश में रौखड़ बन कर चेता रहा है कि नैनीतालवासियों प्रकृति अब ज्यादा अत्याचार सहन नहीं करेगी। 1880 के बाद अंग्रेजों ने कठोर बायलॉज बनाये थे, निरापद रहना है तो तुम्हें और भी कठोर कदम उठाने होंगे..ब्रजेन्द्र सहाय कमेटी की रिपोर्ट को निर्ममता से लागू करना होगा....
BiharWatch is an initiative of the East India Research Council (EIRC) and MediaVigil. It focuses on Himalayan ecosystem, public finance, law and justice besides nature, philosophy, science, art and literature. It attempts to keep an eye on unalloyed truth, Central Himalayas, unsound business, courts, legislatures, governments, courts, jails, cyber space, the migrants from earliest times and neighbors.
Monday, July 13, 2015
1880 के भू स्खलन में जीवित दफ्न हो जाने वाले 151 लोगों की स्मृति में बना बोट हाउस क्लब के सामने का यह उद्यान 5 जुलाई की मूसलाधार बारिश में रौखड़ बन कर चेता रहा है कि नैनीतालवासियों प्रकृति अब ज्यादा अत्याचार सहन नहीं करेगी। 1880 के बाद अंग्रेजों ने कठोर बायलॉज बनाये थे, निरापद रहना है तो तुम्हें और भी कठोर कदम उठाने होंगे..ब्रजेन्द्र सहाय कमेटी की रिपोर्ट को निर्ममता से लागू करना होगा....
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